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रूठा दोस्त मनाना (Consoling Displeased Friend)

व्हाट्सएप्प पर मेरे दोस्तों के ग्रुप पर एक डांस करते हुए युगल जोड़े का वीडियो आया।  उसका शीर्षक था  "नोटों की गड्डियां निकाल लो गजब का मुजरा सेंड कर रहा हूं"।
मुझे ये वीडियो अच्छा लगा मैंने मेसेज किया "it's not joke, art must be appreciated..." (यह मजाक नहीं है, कला की सराहना की जानी चाहिए ...)
अब दूसरी तरफ से मेसेज आया  "manoj ji ye samay jyada sochne or dimag tention maie nhi  rakhney ka ye jindgiee na milegie dobara, na school na collage na job koi tention nhi lene ka, Full masti full enjoy dosti or parivaar k sath bs majje hi majje. Baki fir b schne ka too bhai ........tu soch😄😄😄😄🙃🙃🙃🙃🙃"
मैं समझ गया था कि यह दोस्त अपसेट हो गया है...
मैंने मेसेज किया "मैंने सच में एन्जॉय किया इस वीडियो को...और जो मैंने लिखा वो सिर्फ मेरी सोच थी, किसी के लिए कोई एडवाइस नहीं थी..फर्क इतना रहा कि आपने और मैंने इस विडियो को अलग अलग नज़रिये से एन्जॉय किया 😃👍
किसी ने मुझे समझाया था कि अपनी बात को इस तरह से सामने रखो कि सामने वाला किसी भी तरह से उसका गलत मतलब ना समझे....लगता है आज मुझसे वही चूक हो गई, इस लिए मैं क्षमाप्रार्थी हूँ..."
सच में शब्दों को सोच विचार कर इस्तेमाल करना और दोस्त रूठ जाये तो मना लेना कितना सुखद है...

A video of a couple performing a dance had been posted on WhatsApp group of my friends. It's title was "Take out the bundles of Currency Notes, I am sending a wonderful Mujra (the song of a prostitute who is sitting and not dancing)".
I liked this video. I messaged "It's not joke, art must be appreciated ..."
Now the message came from the other side ""Manoj ji, this is not the time to think more, do not keep tension in mind, this life will not be found again, neither school, nor college, no job, no tension, full fun, full enjoyment, with family, just fun, If you still want to think then keep thinking😄😄😄😄🙃🙃🙃🙃🙃 "
I understood that this friend was upset ...
I messaged "I really enjoyed this video ... and what I wrote was just my thought , there was no advice for anyone ... there was only diffence that you and I enjoyed this video from different point of view."
Someone had explained to me that you should put your point in such a way that the other person does not misinterpret it in any way .... I feel that I have done same mistake today, I am sorry for that ... "
Truly, it is so pleasant to use words thoughtfully and to console displeased (upset) friend...
(मनोज कुमार विट्ठल)
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Storyteller Short Stories By Manoj Kumar Vitthal

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Storyteller - Short Stories By Manoj Kumar Vitthal

Mann ki baat (feelings of heart) in form of Short Stories. Parallel website is  https://www.facebook.com/Storyteller-Short-Stories-By-Manoj-Kumar-Vitthal-270899040519207/